07 Nights / 08 Days
Package Price :₹230,000.00/-Per Person
Booking Price :₹ 230,000.00/- Per Person
अवलोकन
हर साल हजारों तीर्थयात्री इस पवित्र स्थल की यात्रा करते हैं ताकि आत्माओं को अंधेरे के झोंकों से मुक्त किया जा सके। यह आत्मीय यात्रा आत्माओं के लिए एक मुक्तिदायक अनुभव होगा। यह पवित्र यात्रा आपको आध्यात्मिकता के सच्चे सार की खोज में ले जाएगी। हम, नेपाल टूरिज्म पैकेज ने हमारी कैलाश मानसरोवर यात्रा 2024 को समूह प्रस्थान में डिज़ाइन किया। कैलाश मानसरोवर यात्रा का मार्ग अप्रैल के महीने में खुलता है और यह सितंबर तक जारी रहता है। हम कैलाश मानसरोवर यात्रा को वर्गीकृत करते हैं
Departure Dates 2025
Months | Kailash 2025 Fullmoon Dates |
May |
20th - 24nd – 27th – 29th 20 May (full moon arrive Kathmandu) 23rd May (full moon at Manasarovar) |
June |
3rd - 6th – 10th – 14th -18th –– 24th 18th June (full moon arrive Kathmandu) 21st June (full moon at Manasarovar) |
July |
3rd – 10th - 18th - 22nd 18th July (Full moon arrive Kathmandu) 21st July (full moon at Manasarovar) |
August |
8th -16th – 20th – 24th – 28th 16th August (full moon arrive Kathmandu) 19st August (full moon at Manasarovar) |
September |
3rd - 6th - 8th - 14th 14th Sep (full moon arrive Ksthmandu) 17th Sep. (full moon at Manasarovar) |
Note: – Due to weather condition sometimes you may not be able to make your flight at your scheduled time. So we recommend you to keep one day additional while returning and please make sure your ticket is flexible to change your date.
Day by Day Itinerary
दिवस 01: लखनऊ से नेपालगंज बस के द्वारा (180 कि.मी./5 घंटे लगभग)
दिवस 02: नेपालगंज से सिमिकोट की उड़ान (4025 मी.), हेलीकाप्टर से हिलसा, हिलसा से शेरपा के लिए पैदल चढाई तथा वाहन द्वारा तकलाकोट प्रस्थान (3700 मी.) 40 कि. मी./ 2 घंटे लगभग
दिवस 03: आज का पूरा दिन तकलाकोट (बुरांग) में अपने आपको वँहा की जलवायु के अनुकूल ढालने के लिए है
दिवस 04: छुई गोम्पा को प्रस्थान, मानसरोवर (4590 मीटर) 110 कि.मी./ 4 -5 घंटे
दिवस 05: वाहन द्वारा 35 कि.मी. की मानसरोवर से तार्बोचे की यात्रा, डेरापुख की चढाई (16 कि.मी./ 5 - 7 घंटे)
दिवस 06: डेरापुख से ज़ुतुलपुख के लिए ट्रैक (4850 मीटर) डोलमाला पास से होते हुए (आउटर कोरा का दूसरा दिन )- २२ कि.मी./8 घंटे का ट्रैक
दिवस 07 : ज़ुतुलपुख से तकलाकोट की यात्रा पवित्र मानसरोवर झील के साथ साथ (कोरा का अंतिम चरण) 3 -4 घंटे का ट्रैक
दिवस 08: तकलाकोट से हिलसा, हेलीकाप्टर द्वारा सिमिकोट तथा वँहा से नेपालगंज के लिए उड़ान
Above price not Include:-
Tips, personal expenses, beverage, cold drinks, phone call, rescue and emergency cost, medical and hospital expenses (incase sick on the way kailash Yatra). Travel insurance, personal riding horse, personal use porter, in case flight cancel additional day hotel stay expenses, international flight tickets.
Note: – Due to weather condition sometimes you may not be able to make your flight at your scheduled time. So we recommend you to keep one day additional while returning and please make sure your ticket is flexible to change your date.
दिवस 01: लखनऊ से नेपालगंज बस के द्वारा (180 कि.मी./5 घंटे लगभग)
लखनऊ से यात्रा आरम्भ के स्थान पर हमारी टीम आप को मिलेगी। हमारा लखनऊ से नेपालगंज को जाने का समय सुबह के 9.00 बजे निश्चित है। हमारा आप से निवेदन है कि आप यात्रा आरम्भ के स्थान पर समय से पहुंचे। दोपहर का भोजन नेपालगंज मे आप के रहने के लिए निश्चित अतिथि गृह/होटल में परोसा जायेगा। यँहा सभी यात्री उन यात्रिओ से भेंट करेंगे जिनकी यात्रा काठमांडू/नेपालगंज से शुरू होर ही है। इस शाम को यात्रा हेतु विवरण सत्र कि योजना बनाई गई है जिसका निर्धारण गाइड ही करेंगे। रात्रि मे अतिथि गृह/होटल में नेपालगंज में ही रहेंगे।
दूरी – 180 कि.मी.: उँचाई – 150 मीटर : भोजनशामिल – लंच,डिनर
दिवस 02: नेपालगंज से सिमिकोट की उड़ान (4025 मी.), हेलीकाप्टर से हिलसा, हिलसा से शेरपा के लिए पैदल चढाई तथा वाहन द्वारा तकलाकोट प्रस्थान (3700 मी.) 40 कि. मी./ 2 घंटे लगभग
सुबह जल्द नाश्ता करने के पश्चात नेपालगंज हवाई अड्डे ले जाया जायेगा। यँहा से फिक्स्ड विंग विमान द्वारा सिमिकोट प्रस्थान करेंगे। सिमिकोट से चार्टर्ड हेलीकाप्टर द्वारा हिलसा प्रस्थान करेंगे। हिलसा पहुँचने पर हमारी शेरपा टीम आपको 45 मिनट का ट्रैक तय करवाकर तिब्बत सीमा के शहर शेर तक पहुँचाएगी। यँहा पर हमारे वाहन (जीप, वैन, बस) आपका इंतज़ार कर रहे होंगे। यँहा से सभी यात्री कस्टम तथा अप्रवास की औपचारिकताओं को पूरा कर के तकलाकोट की और रवाना होंगे। तकलाकोट (बुरांग) पहुँचने पर होटल मे रहने की व्यवस्था है।
दूरी – 275 कि.मी. : उँचाई – 4025 मीटर : भोजन शामिल – सुबह का नाश्ता, लंच तथा डिनर
दिवस 03: आज का पूरा दिन तकलाकोट (बुरांग) में अपने आपको वँहा की जलवायु के अनुकूल ढालने के लिए है
तकलाकोट मे यह पूरा दिन आपके आराम के लिए सुरक्षित रहेगा।आप होटल मे रहकर बहुत आराम करें। कैलाश मानसरोवर की यात्रा बहुत ही कठिन है, इसके लिए आप अपने को जलवायु के अनुकूल तैयार करें वंहा के वातावरण के लिए अभ्यस्त करें ताकि आप यात्रा का भरपूर आनंद ले सकें। यदि आप चाहें तो आप वँहा के निजी बाजार तक टहलकर भी आ सकते हैं।
यँहा से यूरो हेलीकाप्टर के द्वारा हिलसा प्रस्थान करेंगे। यूरो हेलीकाप्टर एक बार मे केवल 5 यात्री तथा 10 किलो सामान उठाने मे ही सक्षम है अतः आपसे अनुरोध है कि केवल बहुत ज़रूरी सामान को ही लेकर चलें। एक साथ 2 हेलीकाप्टर उड़ान लेंगे ताकि सभी यात्रिओ को जल्दी से जल्दी हिलसा पहुँचाया जा सके।
दूरी – 0 कि.मी. : उँचाई – 4025 मीटर : भोजन शामिल – सुबह का नाश्ता, लंच तथा डिनर
दिवस 04: छुई गोम्पा को प्रस्थान, मानसरोवर (4590 मीटर) 110 कि.मी./ 4 -5 घंटे
आज आप के इंतज़ार कि घड़ियां समाप्त होने जा रही है, आज आप पवित्र झील मानसरोवर के दर्शन करेंगे। सुबह नाश्ता लेने के बाद राक्षस ताल के उबड़ खाबड़ रास्ते से गुज़रते हुए छुई गोम्पा पहुंचेंगे। पवित्र झील मे स्नानकर के अपने को लाभान्वित करें तत्पश्चात आपके पास अपने खर्च पर पूजा तथा हवन का पर्याप्त आनंद उठा सकते है (पूर्णिमा के दिन वाली यात्रा मे यह पूर्णिमा का दिन रहेगा)। पूजा एवं हवन के पश्चात्य दिसमय मिलेगा तो आप गरम पानी का झरना भी देख सकते हैं ( अतिरिक्त खर्च करके आप इस झरने मे स्नान भी कर सकते है, इस की लागत पैकेज मे शामिल नहीं कि गई है) ।
दूरी -110 कि.मी.: उँचाई – 4590 मीटर :भोजन शामिल – सुबह का नाश्ता, लंच तथा डिनर
रहने की व्यवस्था – मानसरोवर झील के नज़दीक अतिथि गृह में की गई है
दिवस 05: वाहन द्वारा 35 कि.मी. की मानसरोवर से तार्बोचे की यात्रा, डेरापुख की चढाई (16 कि.मी./ 5 - 7 घंटे)
नाश्ता कर के वाहन द्वारा तार्बोचे, जिस का एक नाम शेरशांगभी है, के लिए यात्रा आरम्भ करेंगे। रास्ते मे यमद्वार के भी दर्शन करेंगे। तार्बोचे पहुंच कर याक तथा याक के चालकों से भी भेंट करेंगे। यह कोरा का प्रथम दिन है यँही से यात्रा आरम्भ होती है। यदि आप याक तथा अपने सामान उठाने के लिए सहायक चाहते है तो किराया देकर यँही से लेना होगा। चढाई करते हुए पवित्र कैलाश पर्वत (उतरमुख) का पहला दर्शन करेंगे। आज हम डेरापुख शिविर में विश्राम करेंगे।
महत्वपूर्ण सुचना :जो यात्री कैलाश पर्वत कि पैदल यात्रा के लिए नहीं जाना चाहते हैं वे यंही से दारचन के लिए वापिस जायेंगे तथा अन्य यात्रिओं का दारचन या मानसरोवर झील पर इंतज़ार करेंगे।
दूरी – 61 कि.मी. : ऊँचाई – 4910 मीटर : भोजन शामिल – सुबह का नाश्ता, लंच तथा डिनर
दिवस 06: डेरापुख से ज़ुतुलपुख के लिए ट्रैक (4850 मीटर) डोलमाला पास से होते हुए (आउटर कोरा का दूसरा दिन )- २२ कि.मी./8 घंटे का ट्रैक
शिविर से ही कैलाश पर्वत के अविस्मरणीय दर्शन कर के सुबह जल्दी ही चढाई शुरू करेंगे। यह एक दुर्गम ट्रैक है आप अपने को इस यात्रा के लिए मानसिक रूप से तैयार रखें। हम ट्रैक द्वारा पवित्र पर्वत के ठीक नीचे पहुँच जायेंगे। चढ़ाई कर के सबसे ऊँचे शिखर ड्रोल्माला पास (5800 मी.) पहुँच जायेंगे। आज की बहुत ही खड़ी तथा पथरीली चढाई है। यँही से हम ज़ुतुलपुख के करमिक क्षेत्र के लिए उतरते हैं। उतरने के दौरान गौरीकुंड केदर्श नहोंगे। घाटी से उतराई के समय रास्ता खुशनुमा तथा सुखद हो जाता हैं। इसी के साथ कुछ आराम भी मिलता हैं। यह पथ आप को कुछ कोमल ढलानों के माधयम से घासवाले मैदान मे ले जाता हैं।
ज़ुतुलपुख पहुंचकर अतिथि गृह/शिविर में विश्राम करेंगे।
दूरी -22 कि.मी.: ऊँचाई – 5600 मीटर: भोजन शामिल – सुबह का नाश्ता, लंच मे फल, फ्रूटी, चॉकलेट, पीने के लिए पानी तथा रात्रि मे हल्का भोजन
महत्पूर्ण सूचना- दारचन से परिक्रमा शुरू करने से पहले कुछ समय रुककर वँहा की स्थानीय पुलिस और सेना के अधिकारीयों से प्रतिबंधित क्षेत्र मे प्रवेश के लिए आज्ञापत्र प्राप्त करेंगे।
– यँहा दिन का अनुमानित तापमान 14 – 20 डिग्री और रात्रि में 3 – 5 डिग्री सेल्सियस रहता है।
– यँहा का मौसम अत्यंत हवादार तथा वर्षा वाला हैं।
दिवस 07 : ज़ुतुलपुख से तकलाकोट की यात्रा पवित्र मानसरोवर झील के साथ साथ (कोरा का अंतिम चरण) 3 -4 घंटे का ट्रैक
आज हम अपनी ज़िन्दगी की सब से पवित्र कैलाश मानसरोवर कि परिक्रमा यात्रा को पूरा करने जा रहे हैं। 10कि.मी./4-5 घंटे चलने के बाद हम अपने अंतिम गंतव्य तक पहुँच जायेंगे जो कि दारचन के पास है। (जो यात्री परिक्रमा नहीं कर सके वे समूह के अन्य सदस्यों का स्वागत करने के लिए इंतज़ार कर रहे हैं) ।यँही पर ही हमारे वाहन यात्री समूह को तकलाकोट होटल मे रात्रि विश्राम के लिए लेकर जाने के लिए इंतज़ार कर रहे होंगे।
दूरी -165 कि.मी.: ऊँचाई – 4025 मीटर: भोजन शामिल – सुबह का नाश्ता, लंच तथा डिनर
– संभावित तापमान दिन के समय 14 -22 डिग्री तथा रात्रि में 3 -5 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
– यँहा की जलवायु बहुत हवादार है।
दिवस 08: तकलाकोट से हिलसा, हेलीकाप्टर द्वारा सिमिकोट तथा वँहा से नेपालगंज के लिए उड़ान
नाश्ता लेने के पश्चात हम वाहन द्वारा शेरपा पहुँचेंगें तथा यँहा से हिलसा। हिलसा से चार्टर्ड हेलीकाप्टर द्वारा सिमिकोट पहुंचकर वँहा से विमान द्वारा नेपालगंज तथा अविस्मरणीय अनुभूति के साथ वापिस लखनऊ प्रस्थान।
Important Note: Foreign Passport Holders need to arrive to Kathmandu 03 Working days before the fixed dates (Day 01 in the itinerary) for the Chinese Visa (Saturday and Sunday is not considered as working days). For Indian Passport, we will need their passport 07 working days before the trip in Delhi office. Please make sure that the Indian Passport Holder’s have Voters Card with them.
1. What is the duration of the Kailash Yatra by helicopter from Lucknow?
The entire yatra typically takes about 8 to 10 days, depending on the package you choose. The helicopter ride is generally used to cover some of the difficult-to-reach locations.
2. What is included in the Kailash Yatra by helicopter package?
Flights from Lucknow to Kathmandu (Nepal)
Helicopter ride from Kathmandu to the base of Mount Kailash (often through Simikot and Hilsa)
Accommodation and meals during the trip
Visa arrangements for Tibet (Tibet Travel Permit)
Escorting by guides and security during the journey
Some packages may also include a visit to other sacred sites like Lake Mansarovar.
3. How much does the Kailash Yatra by helicopter from Lucknow cost?
The cost can range between ₹2.5 lakhs to ₹5 lakhs per person, depending on the travel agency, the services offered, and the package duration. The price generally includes transportation, food, accommodation, and permits.
4. What is the best time to go on the Kailash Yatra?
The best time for the Kailash Yatra is between May and September, as the weather is more favorable during these months. The region can be very cold and challenging outside of this window.
5. Do I need a visa to go on the Kailash Yatra by helicopter?
Yes, you will need a visa for Nepal and a special Tibet Travel Permit for entering Tibet. The travel agency usually handles these visa arrangements for you.
6. Is the Kailash Yatra by helicopter physically demanding?
While the helicopter ride makes the journey more convenient, some physical exertion is still required, especially in the higher altitudes around Mount Kailash. Pilgrims often have to walk short distances, so a basic level of physical fitness is recommended.
7. Do I need to be medically fit for the yatra?
Yes, due to the high altitude of Kailash (over 6,700 meters) and the challenges of the journey, it is essential to be in good health. It’s advisable to consult a doctor before the trip, especially if you have any heart or respiratory conditions.
8. How can I book the Kailash Yatra by helicopter from Lucknow?
You can book the yatra through travel agencies that specialize in religious tours to Tibet and Kailash. It's recommended to do so well in advance to secure permits, flights, and other arrangements.
9. Is there an option for a spiritual guide during the trip?
Yes, most tours provide a spiritual guide to help pilgrims with prayers, rituals, and teachings along the way.
10. What is the altitude of Mount Kailash and Lake Mansarovar?
Mount Kailash stands at about 6,638 meters (21,778 feet), while Lake Mansarovar is at an altitude of approximately 4,590 meters (15,060 feet).